सूक्ष्म से साक्षात्कार
भारतीय विज्ञान संस्थान बंगलौर के २८ वर्षीय स्नातक छात्र शंकर घोष ने सिद्ध किया कि आवेशित द्रवों को कार्बन की बेहद सूक्ष्म नालिकायों या कार्बन नेनोतुब्स पर प्रवाहित किया जाये तो विद्युत ऊर्जा उत्पन्न होती हैं /
यानी दिल कि धरकन को नियंत्रित करनेवाले ऐसे पेसमेकर का निर्माण संभव हैं , जिसके उपर से रक्त प्रवाहित कर सकते हैं / इसी तरह , अब बहुत सूक्ष्म आकार के नेनोरोबोत क्षति ग्रिस्ट ऊतकों को सुधार सकेंगे /(फेमस
जर्नल साइंस में प्रकाशित )
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